बाबू श्री राम सिंह स्वर्गीय हरिहर सिंह के एकलौते पुत्र थे। इनके बाबा बाबू तिलकधारी सिंह एक बहुत ही प्रसिद्ध व्यक्ति थे। दिनांक 9-6-2020 दिन मंगलवार को आप हम सब को छोडकर परम धाम की यात्रा पर निकल पड़े। उनकी अंत्येष्टि अगले दिन की गई । वे एक कर्मठ एवं धर्मपरायण व्यक्ति थे। हमारे इलाके में श्री त्रिवेणी गोष्ठी के संचालन एवं सहयोग में वे वर्षों तक सक्रिय रहे। आप एक सामाजिक एवं संगीत प्रेमी धर्मात्मा थे। आप किसी भी धार्मिक आयोजन एवं भजन -कीर्तन में अति सक्रिय रहते थे। आपके जाने से हमारे परिवार और समाज की अपूरणीय क्षति हुई है । अपने पीछे वे एक भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं । ईश्वर से प्रार्थना है कि आपको परमधाम की प्राप्ति हो ।
श्राद्धकर्म कार्यक्रम
स्वर्गाश्रम गमन:- 09/06/2020 मंगलवार
दाह संस्कार कर्म:- 10/06/2020 बुधवार
क्षौर कर्म:- 18/06/2020 गुरुवार
एकादश कर्म:- 19/06/2020 शुक्रवार
द्वादश कर्म:- 20/06/2020 शनिवार
त्रयोदश कर्म:- 21/06/2020 रविवार
अपने पुत्र श्री राम कुमार सिंह और पौत्र भानु के साथ हैदराबाद में |
अपने पुत्र राजेश कुमार सिंह और पौत्र सुमित के साथ |
अपने प्रपोत्र वेदान्त के साथ |
एक कर्मठ व्यक्ति |
श्री राम चा को मेरी शब्दांजलि एक कविता के रूप में
हे परमपूज्य हे कर्मवीर!हे अभिभावक हे कला प्रवीण!शत-शत नमन आपको करता हूँ।घर -परिवार के उलझनों कोअब डांट-डपट कौन सुलझाएगाजीवन के झंझावातों के बीचहौसला अब कौन बढ़ाएगाआपका जीवन पथप्रदर्शकनित राह हमें दिखलायेगा।आपके चरण कमलों मेंश्रद्धा सुमन समर्पित करता हूँ।हे परमपूज्य हे कर्मवीर!हे अभिभावक हे कला प्रवीण!शत-शत नमन आपको करता हूँ।होली के वे सरस फाग भजनअब फिर से कौन गाएगाद्रुत गतिपूर्ण लय ताल बद्धढोलक की थाप कौन सुनाएगात्रिवेणी संगम में रामायण धुन सेअब कौन हमें नहलायेगा।परमपद मिले स्वर्ग मेंप्रभु से विनती ऐसी करता हूँ।हे परमपूज्य हे कर्मवीर!हे अभिभावक हे कला प्रवीण!शत-शत नमन आपको करता हूँ।
पोस्ट लेखक : पंकज कुमार (मुन्ना) - जिसे आपने पितृवत अपना अपार प्रेम और स्नेह प्रदान किया।
No comments:
Post a Comment